संत की महिमा वेद ना जाने मन मेरो पंछी भयो, उड़न लाग्यो आकाश । स्वर्ग लोक खाली पड्यो, साहिब संतन के पास ।।
भारत के संत श्री आशारामजी बापू आत्मज्ञानी संत हैं, जो मानवमात्र मे एक सच्चिदानंद इश्वर के अस्तित्व का उपदेश देते है
Sant Shri Asharamji Bapu is a Self-Realized Saint from India, who preaches the existence of One Supreme Conscious in every human being.
Friday, January 13, 2012
जैसे पक्षी दो पंखों से उड़ान भरता है, वैसे ही बालक संयम और सदाचार रूपी दो पंखों से जीवनरूपी उड़ान भरकर अपने अमर आत्मा को पाने में सफलता प्राप्त कर लेता है। Pujya asharam ji bapu
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