संत की महिमा वेद ना जाने मन मेरो पंछी भयो, उड़न लाग्यो आकाश । स्वर्ग लोक खाली पड्यो, साहिब संतन के पास ।।
भारत के संत श्री आशारामजी बापू आत्मज्ञानी संत हैं, जो मानवमात्र मे एक सच्चिदानंद इश्वर के अस्तित्व का उपदेश देते है
Sant Shri Asharamji Bapu is a Self-Realized Saint from India, who preaches the existence of One Supreme Conscious in every human being.
Sunday, January 1, 2012
भय, शोक, चिन्ता को जरा भी स्थान नहीं दो । सदैव तुम्हारे चित्त में परमात्मा की शक्ति मौजूद है। अपना चित्त प्रसन्न रखो। फिर तुमसे पवित्र कार्य अपने आप होने लगेंगे। Pujya asharam ji bapu
No comments:
Post a Comment